युवा स्मात साधु युवाध्यायक
अशिषठो द्रद्दिश्ठ: बलिष्ठ :
तस्यै यं पृथ्वी सर्वा वितस्यात पुर्णस्यात |
युवाओं के लिए रोजगार लक्षी प्रशिक्षण युवाओं को संस्कृत, दर्शन शास्त्र, आयुर्वेद, पंचगव्य, गर्भ विज्ञान इत्यादि विषयों को सिखाने के लिए लघु शिबीर, विविध सत्र चिंतन शिबीर, सर्टिफिकेट कोर्स।
युवाओं को पारंपरिक वैध बनने के लिए विविध कोर्ष वैद्य विशारद बनने के लिए मान्यता प्राप्त अभ्यास क्रम |
दो वर्षो के बाद पंचगव्य और वटी गुटी जैसी निर्दोष आयुर्वेदिक औषधियों के आधार पर मंत्र – नक्षत्र और औषधियों का सम्मेलन करके विशिष्ट चिकित्सा सिखाने का प्रावधान ।