धन्वंतरि जयंती पर विशेष लेख
वैद्य धन्वन्तरि एवं अमृत वराहपुराण के अनुसार पौष शुक्ल दशमी को देवासुर संग्राम प्रारम्भ हुआ, जो २ वर्ष ९ मास १० दिन तक चला। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी की अमृतकलश लिए
अग्निहोत्र का महत्व
अग्निहोत्र शब्द अग्नि और होत्र दो शब्दो से बना है। जिसका अर्थ होता है अग्नि में हव्य विभिन्न पदार्थों का विधिपूर्वक डालना प्रक्षेप करना। केवल अग्नि में किसी वस्तु को जलाना यह अग्निहोत्र नहीं कहलाता
मंत्रौषधि का आयाम
मंत्रौषधि वेदों में तथा आयुर्वेद में औषधियों के साथ मंत्रों का भी विवरण दिया है लेकिन जितना औषधियों पर कार्य हुआ है उतना मंत्र पर नहीं हुआ है। वेद की व्याख्या करते हुए भी बताया
गर्भ का विकास क्रम
गर्भविज्ञान या गर्भसंस्कार भारत का अत्यंत महत्त्वपूर्ण विषय है। यह मनुष्य के जीवन के पंचकोशीय समग्र विकास के साथ अभिन्न रुप से जुडा हुआ है। पूज्य गुरुजीने वर्षो के संशोधन के बाद गर्भ आह्वान,
गुरुकुल आचार्य निर्माण शिबीर
आचार्य निर्माण शिबीर – राजकोट में ☀ आचार्य निर्माण शिबीर☀ ★पूज्य गुरुजी का सपना, सम्पूर्ण भारत मे अचार्य
भगवद् गीता निबंध प्रितियोगिता
युवाओं के द्वारा भगवद्गीता का अध्ययन पठन हो, इस पवित्र उद्देश्य से संस्कृति आर्य गुरुकुलम् के द्वारा भगवद्गीता निबंध स्पर्धा का आयोजन किया गया है।
गर्भविज्ञान पर शिबिर
गर्भ विज्ञान- उत्तम संतति का अद्भुत विज्ञान *स्वस्थ भारत की आधारशिला, जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार- गर्भसंस्कार,आने वाले भविष्य के लिए उत्तम संतति का निर्माण।
संस्कृति गुरुकुलम में गर्भविज्ञान और आर्युर्वेद पर शिबिर
गर्भविज्ञान, मंत्र औषधि एवं पंचगव्य चिकित्सा पर विशेष शिविर ★पूज्य गुरुजी और (राजीव भाई) का सपना